Similar Posts
Rani Durgavati Nibandh in Sanskrit – Essay in Sanskrit – संस्कृत भाषा निबंध
रानी-दुर्गावती कालिञ्जस्य राज्ञ: कीर्तिसिंहचंदेलस्य गृहे 5 अक्टोबर 1524 तमे वर्षे जाता एषा भारतस्य प्रसिद्धा वीराङ्गना आसीत् या मध्यप्रदेशस्य गोण्डवानाक्षेत्रे शासनं कृतवती। तस्या: राज्यं गढ़मण्डला आसीत् यस्य केन्द्रं जाबलीपुरनगरम् आसीत्। तस्या: जन्म दुर्गाष्टमी पर्वणि अभवत् अतएव तस्या: नाम अपि दुर्गावती एव स्थापितम्। दुर्गा इव तस्या: गुणा: अपि साहस-शौर्य-तेजांसि इत्यादय: आसन्। तस्या: विवाह: गोण्डवाना राज्यस्य राज्ञ:सङ्ग्रामसिंहस्य पुत्रेण…
Samay Ka Sadupyog Hindi Nibandh
समय का सदुपयोग: हँसते-हँसते जीने का मास्टर की नमस्ते दोस्तों! आपका स्वागत है मेरे खुद के अनुभवों से भरपूर एक नए लेख में। आज हम बात करेंगे समय के महत्व के बारे में, और हँसते-हँसते जीने के तरीकों को जानेंगे। तो चलिए, शुरू करते हैं! समय की महत्वपूर्णता: खो दो नहीं, चलो जीवन की छवि…
Hindi Nibandh For Class 10 – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
स्वतंत्रता दिवस: भारत के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक 15 अगस्त 1947, भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम दिन है। इस दिन भारत ने लगभग 200 वर्षों के ब्रिटिश शासन से मुक्ति प्राप्त की और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरा। यह दिन भारत के लोगों के अदम्य साहस, त्याग और बलिदान का प्रतीक है।…
Durga chalisa in Gujarati
durga chalisa in gujarati durga chalisa pdf durga chalisa aarti durga chalisa download vindheshwari chalisa anuradha paudwal durga chalisa durga chalisa in english durga aarti in hindi durga chalisa mantra durga aarti lyrics durga chalisa lyrics in english durga chalisa video download shiva chalisa lyrics durga chalisa image vishnu chalisa lyrics mahakali chalisa in gujarati…
Reciting Hanuman Chalisa
Hanuman, the devotee of Rama, said: When I identify myself with the body, O Lord, I am Thy creature, eternally separate from Thee. When I identify myself with the soul, I am a spark of that Divine Fire which Thou art. But when I identify myself with the Atman, I and Thou art one. Swami…
गणपती प्रार्थना
* गणपती प्रार्थना * प्रारंभी विनती करू गणपती विद्या दयासागरा || अज्ञानत्व हरोनी बुद्धिमती दे आराध्य मोरेश्वर || चिंता,क्लेश,दारिद्र्य,दुख: अवघे देशांतरा पाठवी || हेरंबा गणनायका गजमुखा भक्ता बहु तोषवी ||
जय माँ शीतला!
Jai Sheetla Mata
Jai mata di jai shree radhekrishnsa