श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Janki Nath Ji Ki Aarti)
श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Janki Nath Ji Ki Aarti) ओउम जय जानकिनाथा, हो प्रभु जय श्री रघुनाथा। दोउ कर जोड़े विनवौं, प्रभु मेरी सुनो बाता॥ ओउम॥ तुम रघुनाथ हमारे, प्राण पिता माता। तुम हो सजन संघाती, भक्ति मुक्ति दाता ॥ ओउम॥ चौरासी प्रभु फन्द छुड़ावो, मेटो यम त्रासा। निश दिन प्रभु मोहि राखो,…
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