पृथ्वी श्लोक – Pruthvi Shlok, Mantra, Stuti, Bhoomi Stotra, Vandana, Poojan
पृथ्वी पूजन मंत्र
भूमि वंदना मंत्र
धरती माता को प्रणाम कैसे करें?
पृथ्वी की स्तुति
धरती पर पैर रखने का मंत्र
भूमि मंत्र
पृथ्वी श्लोक
भूमि देवी मंत्र लाभ
पृथ्वी पूजन मंत्र
भूमि वंदना मंत्र
धरती माता को प्रणाम कैसे करें?
पृथ्वी की स्तुति
धरती पर पैर रखने का मंत्र
भूमि मंत्र
पृथ्वी श्लोक
भूमि देवी मंत्र लाभ
The Ramayana, written by the ancient Indian sage Valmiki, is one of the two major ancient Sanskrit epics of ancient India, the other being the Mahabharata. It tells the story of Rama, prince of Ayodhya, and his wife Sita, and their battle against the demon king Ravana. The Ramayana is considered one of the most…
A half saree function is a coming-of-age ceremony celebrated in South India when a girl reaches puberty. The function marks the girl’s transition from a girl to a woman, and she is presented with a half saree, which is a traditional South Indian garment. The half saree is a symbol of her newfound maturity and…
मिजबिल द ऑटर एक उपन्यास है जो गणितशास्त्री जॉन लैंग्लेन्ड द्वारा लिखा गया है। यह कहानी एक अंग्रेजी गणितशास्त्री की है, जो भारत के कश्मीर में रहता है और जो एक ऊंट को घर में पालतू पशु के रूप में रखता है। एक दिन वह एक ऊदबिलाव की तलाश में होता है और उसे एक…
आरंभ होगी और 15 नवंबर को सुबह 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। दिवाली पर अमावस्या तिथि पर ही लक्ष्मी पूजन किया जाता है। विस्तार इस वर्ष दिवाली महापर्व 5 दिन के बजाय 4 दिन का रहेगा। 14 नवंबर को दिवाली है उसके एक दिन पहले 13 नवंबर को धनतेरस मनाया जाएगा। इस बार छोटी…
आरती भगवती महालक्ष्मी जी की || Shri Mahalaxmi Ji Ki Aarti (Arti)|| ओउम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हर विष्णु विधाता।। ओउम।। उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।। ओउम।। दुर्गा रूप निरंजनि, सुख-सम्पत्ति दाता। जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि पाता।। ओउम।। तुम पाताल निवासिनि,…
जाहले भजन आम्ही नमितो तव चरण ।वारुनिया विघ्ने देवा रक्षावे दीना ॥धृ॥ दास तुझे आम्ही देवा तुजलाची ध्यातोप्रेमे करुनिया देवा गुण तुझेची गातो ॥१॥ तरी द्यावी सिद्धी देवा हेची वासना, देवा हेची वासनारक्षुनियां सर्वां द्यावी आम्हासी आज्ञा ॥२॥ मागणे ते देवा एकची आहे आता एकची आहेतारुनियां सकळां आम्हां कृपादृष्टी पाहे ॥३॥ जेव्हां सर्व आम्ही मिळूं…