Aarti meaning in marathi
Aarti meaning in marathi
Chalisa and Aarti Sangrah in Hindi
Mantra Shloka and Stotras
Aarti meaning in marathi
Shri Hanuman Ji Ki Aarti in Hindi and English श्री हनुमान जी की आरती (Shri Hanuman Ji Ki Aarti) आरति कीजै हनुमान लला की | दुष्ट दलन रघुनाथ कला की || जाके बल से गिरिवर कांपै | रोग – दोष जाके निकट न झांपै || अंजनी पुत्र महा बलदाई | सन्तन के प्रेम सदा सहाई ||…
Read More “Shri Hanuman Ji Ki Aarti – श्री हनुमान जी की आरती” »
॥ आरती श्रीमद्भागवतमहापुराण की ॥ Srimad Bhagavata Mahapurana ki Aarti आरती अतिपावन पुरान की । धर्म-भक्ति-विज्ञान-खान की ॥ टेक ॥ महापुराण भागवत निर्मल । शुक-मुख-विगलित निगम-कल्प-फल ॥ परमानन्द सुधा-रसमय कल । लीला-रति-रस रसनिधान की ॥ आरती० कलिमथ-मथनि त्रिताप-निवारिणि । जन्म-मृत्यु भव-भयहारिणी ॥ सेवत सतत सकल सुखकारिणि । सुमहौषधि हरि-चरित गान की ॥ आरती० विषय-विलास-विमोह विनाशिनि…
मंगलवार व्रत की आरती Mangalvar Vrat Ki Aarti मंगल मूरति जय जय हनुमन्ता, मंगल मंगल देव अनन्ता हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे शंकर सुवन केसरी नन्दन, तेज प्रताप महा जग वन्दन॥ लाल लंगोट लाल दोउ नयना, पर्वत सम फारत है सेना काल अकाल जुद्ध किलकारी, देश उजारत क्रुद्ध अपारी॥ राम दूत…
श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Janki Nath Ji Ki Aarti) ओउम जय जानकिनाथा, हो प्रभु जय श्री रघुनाथा। दोउ कर जोड़े विनवौं, प्रभु मेरी सुनो बाता॥ ओउम॥ तुम रघुनाथ हमारे, प्राण पिता माता। तुम हो सजन संघाती, भक्ति मुक्ति दाता ॥ ओउम॥ चौरासी प्रभु फन्द छुड़ावो, मेटो यम त्रासा। निश दिन प्रभु मोहि राखो,…
Read More “श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Janki Nath Ji Ki Aarti)” »
आरती श्री शनि देव जी की Shri Shani Dev Ji Ki Aarti जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी, सूर्य पुत्र प्रभुछाया महतारी॥ जय जय जय शनि देव॥ श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी, नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥ जय ॥ क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी, मुक्तन की माल गले शोभित बलिहारी॥…
Read More “आरती श्री शनि देव जी की Shri Shani Dev Ji Ki Aarti” »
आरती श्री सूर्यदेव जी की Aarti Shri Surya Dev Ji Ki जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव। राजनीति मदहारी शतदल जीवन दाता। षटपद मन मुदकारी हे दिनमणि ताता। जग के हे रविदेव, जय जय जय रविदेव। नभमंडल के वासी ज्योति प्रकाशक देवा। निज जनहित सुखसारी तेरी हम सब सेवा। करते हैं रवि देव,…
Read More “आरती श्री सूर्यदेव जी की Aarti Shri Surya Dev Ji Ki” »
आरती श्री साईं जी की Shri Sai Baba Ki Aarti (Arti Sainath Ki), Sai Ram ki Arti आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की। जा की कृपा विपुल सुखकारी, दुख शोक संकट भयहारी। शिरडी में अवतार रचाया, चमत्कार से तत्व दिखाया। कितने भक्त चरण पर आये, वे सुख शान्ति चिरंतन पाये। भाव धरै…
Read More “आरती श्री साईं जी की Shri Sai Baba Ki Aarti (Arti Sainath Ki), Sai Ram ki Arti” »
आरती श्री महावीर जी की ||Shri Mahaveer Swami Ki Aarti || जय महावीर प्रभो। स्वामी जय महावीर प्रभो। जगनायक सुखदायक, अति गम्भीर प्रभो।।ओउम।। कुण्डलपुर में जन्में, त्रिशला के जाये। पिता सिद्धार्थ राजा, सुर नर हर्षाए।।ओउम।। दीनानाथ दयानिधि, हैं मंगलकारी। जगहित संयम धारा, प्रभु परउपकारी।।ओउम।। पापाचार मिटाया, सत्पथ दिखलाया। दयाधर्म का झण्डा, जग में लहराया।।ओउम।। अर्जुनमाली…
Read More “आरती श्री महावीर जी की ||Shri Mahaveer Swami Ki Aarti ||” »
आरती श्री गिरिराज जी की || Shri Giriraj Ji Ki Aarti || ओउम जय जय जय गिरिराज, स्वामी जय जय जय गिरिराज। संकट में तुम राखौ, निज भक्तन की लाज।। ओउम जय ।। इन्द्रादिक सब सुर मिल तुम्हरौ ध्यान धरैं। रिषि मुनिजन यश गावें, ते भव सिन्धु तरैं।। ओउम जय ।। सुन्दर रूप तुम्हारौ श्याम…
Read More “आरती श्री गिरिराज जी की || Shri Giriraj Ji Ki Aarti ||” »