Similar Posts
मराठीत दत्तबावनी
मराठीत दत्तबावनी जय योगीश्वर दत्त दयाळ II तूच एक जगती प्रतिपाळ II अत्रनुसये करूनि निमित्त II प्रगटसि जगतास्तव निश्चित ॥ ब्रम्हाSच्युत शंकर अवतार ॥ शरणांगतासि तू आधार ॥ अंतर्यामी ब्रम्ह स्वरूप ॥ बाह्य गुरू नररूप सुरूप ॥ काखिं अन्नपूर्णा झोळी ।। शांति कमंडलु करकमळी ॥ कुठे षड्भुजा कोठें चार ॥ अनंत बाहू तू निर्धार ॥…
ज्ञानी के लक्षण क्या है? – 14 characteristics of a wise man
निषेवते प्रशस्तानी निन्दितानी न सेवते । अनास्तिकः श्रद्धान एतत् पण्डितलक्षणम् ॥1 भावार्थ : सद्गुण, शुभ कर्म, भगवान् के प्रति श्रद्धा और विश्वास, यज्ञ, दान, जनकल्याण आदि, ये सब ज्ञानीजन के शुभ- लक्षण होते हैं । क्रोधो हर्षश्च दर्पश्च ह्रीः स्तम्भो मान्यमानिता। यमर्थान् नापकर्षन्ति स वै पण्डित उच्यते ॥2 भावार्थ : जो व्यक्ति क्रोध, अहंकार, दुष्कर्म,…
Durga stotra by Yudhisthira
dharmaraj durga stotra durga stotra by yudhisthira dharmaraja krutha durga stavam durga stotra mp3 durga stotra in marathi durga stotra in hindi durga stotram lyrics durga stotra in sanskrit durga stotra pdf
Balashish Stotra Benefits In Marathi
Balashish Stofra Benefits In Marathi