Hanuman Gayatri, Dhyanam and Trikal Vandanam with meaning in English
hanuman gayatri mantra
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ॐ ॥ श्री सीतारामाष्टकम् ॥ ॐ ब्रह्ममहेन्द्रसुरेन्द्रमरुद्गणरुद्रमुनीन्द्रगणैरतिरम्यं क्षीरसरित्पतितीरमुपेत्य नुतं हि सतामवितारमुदारम् । भूमिभरप्रशमार्थमथ प्रथितप्रकटीकृतचिद्घनमूर्तिं त्वां भजतो रघुनन्दन देहि दयाघन मे स्वपदाम्बुजदास्यम् ॥ १ ॥ पद्मदलायतलोचन हे रघुवंशविभूषण देव दयालो निर्मलनीरदनीलतनोऽखिललोकहृदम्बुजभासक भानो । कोमलगात्र पवित्रपदाब्जरजःकणपावितगौतमकान्त त्वां भजतो रघुनन्दन देहि दयाघन मे स्वपदाम्बुजदास्यम् ॥ २ ॥ पूर्ण परात्पर पालय मामतिदीनमनाथमनन्तसुखाब्धे प्रावृडदभ्रतडित्सुमनोहरपीतवराम्बर राम नमस्ते । कामविभञ्जन कान्ततरानन काञ्चनभूषण…
Govind Damodar Stotra – Govind Damodar Madhaveti meaning in hindi govind damodar stotra govind damodar stotram mp3 govind damodar stotra pdf in hindi govind damodar stotra rameshbhai oza shri damodar stotra govind damodar madhaveti lyrics in gujarati govind damodar stotra by rameshbhai oza mp3 govinda damodara stotram by namita agrawal damodar stuti lyrics in hindi…
भगवान शनि देव के मंत्र (Shani Dev) शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। मनुष्य द्वारा किए गए पापों का दंड शनि देव ही देते हैं। शनि देव की आराधना करने से गृह क्लेश समाप्त हो जाता है तथा घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इनकी उपासना से कार्यों में आने वाली…
निषेवते प्रशस्तानी निन्दितानी न सेवते । अनास्तिकः श्रद्धान एतत् पण्डितलक्षणम् ॥1 भावार्थ : सद्गुण, शुभ कर्म, भगवान् के प्रति श्रद्धा और विश्वास, यज्ञ, दान, जनकल्याण आदि, ये सब ज्ञानीजन के शुभ- लक्षण होते हैं । क्रोधो हर्षश्च दर्पश्च ह्रीः स्तम्भो मान्यमानिता। यमर्थान् नापकर्षन्ति स वै पण्डित उच्यते ॥2 भावार्थ : जो व्यक्ति क्रोध, अहंकार, दुष्कर्म,…