. पुष्पवाटिका-निरीक्षण, सीताजी का प्रथम दर्शन, श्री सीता-रामजी का परस्पर दर्शन दोहा : * उठे लखनु निसि बिगत सुनि अरुनसिखा धुनि कान। गुर तें पहिलेहिं जगतपति जागे रामु सुजान॥226॥ भावार्थ:-रात
. श्री सीता-राम विवाह छन्द : * चलि ल्याइ सीतहि सखीं सादर सजि सुमंगल भामिनीं। नवसप्त साजें सुंदरी सब मत्त कुंजर गामिनीं॥ कल गान सुनि मुनि ध्यान त्यागहिं काम कोकिल
हमने अक्सर मंदिरों में आटे के दीये जलते हुए देखे हैं, लेकिन हम नहीं जानते कि ऐसा क्यों किया जाता है? आइए जानते हैं शास्त्रसम्मत कुछ बातें... 1. वास्तव में आटे
दोहा : * राम रूपु भूपति भगति ब्याहु उछाहु अनंदु। जात सराहत मनहिं मन मुदित गाधिकुलचंदु॥360॥ भावार्थ:-गाधिकुल के चन्द्रमा विश्वामित्रजी बड़े हर्ष के साथ श्री रामचन्द्रजी के रूप, राजा दशरथजी
कुबेर धन के राजा हैं। पृथ्वीलोक की समस्त धन संपदा का एकमात्र उन्हें ही स्वामी बनाया गया है। कुबेर भगवान शिव के परमप्रिय सेवक भी हैं। धन के अधिपति होने के कारण
शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी को कैसे मनाएं, याद कर लें 1 शुभ मंत्र शरद पूर्णिमा की रात में की गई पूजन और आराधना से साल भर के लिए लक्ष्मी
1 अखंड दीपक करोड़पति बनाएगा शरद पूनम परशरद पूर्णिमा पर एक अखंड दीपक जलाने से आप बन सकते हैं धनवानईशान्य कोण में गुलाबी कमल पर बैठी हुई धन बरसाती हुई लक्ष्मी की
चंद्र, चंद्रमा, मून, चांद या कहें कि बच्चों के चंदा मामा.... आखिर ये हैं कौन,क्या है इनकी उत्पत्ति का राज, यहां जानिए सारी बातें एक साथ...ज्योतिष विज्ञान में चंद्र का स्थान दूसरा है। पंचांग
Sabudana Kheer सामग्री :1 लीटर फुल क्रीम दूध, आधा कप साबूदाना, 150 ग्राम शक्कर, पाव कटोरी काजू-पिस्ता, बादाम की कतरन, 3-4 केसर के लच्छे, 1 चम्मच पिसी इलायची, 2 छोटे
आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस साल शरद पूर्णिमा 30 अक्टूबर शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शरद पूर्णिमा