Month: October 2020

राम सीता मिलन चौपाई

. पुष्पवाटिका-निरीक्षण, सीताजी का प्रथम दर्शन, श्री सीता-रामजी का परस्पर दर्शन दोहा : * उठे लखनु निसि बिगत सुनि अरुनसिखा धुनि कान। गुर तें पहिलेहिं जगतपति जागे रामु सुजान॥226॥ भावार्थ:-रात

राम सीता विवाह चौपाई

. श्री सीता-राम विवाह छन्द : * चलि ल्याइ सीतहि सखीं सादर सजि सुमंगल भामिनीं। नवसप्त साजें सुंदरी सब मत्त कुंजर गामिनीं॥ कल गान सुनि मुनि ध्यान त्यागहिं काम कोकिल

आटे के दीये क्यों जलाते हैं, जानिए 10 काम की बातें

हमने अक्सर मंदिरों में आटे के दीये जलते हुए देखे हैं, लेकिन हम नहीं जानते कि ऐसा क्यों किया जाता है? आइए जानते हैं शास्त्रसम्मत कुछ बातें... 1. वास्तव में आटे

श्री रामचरित्‌ सुनने-गाने की महिमा

दोहा : * राम रूपु भूपति भगति ब्याहु उछाहु अनंदु। जात सराहत मनहिं मन मुदित गाधिकुलचंदु॥360॥ भावार्थ:-गाधिकुल के चन्द्रमा विश्वामित्रजी बड़े हर्ष के साथ श्री रामचन्द्रजी के रूप, राजा दशरथजी

शरद पूर्णिमा पर धन के राजा कुबेर होते हैं इन मंत्रों से प्रसन्न

कुबेर धन के राजा हैं। पृथ्वीलोक की समस्त धन संपदा का एकमात्र उन्हें ही स्वामी बनाया गया है। कुबेर भगवान शिव के परमप्रिय सेवक भी हैं। धन के अधिपति होने के कारण

शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी को कैसे मनाएं

शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी को कैसे मनाएं, याद कर लें 1 शुभ मंत्र शरद पूर्णिमा की रात में की गई पूजन और आराधना से साल भर के लिए लक्ष्मी

शरद पूर्णिमा का जाना-माना उपाय: बस 1 दीपक जलाकर बन सकते हैं धनवान

1 अखंड दीपक करोड़पति बनाएगा शरद पूनम परशरद पूर्णिमा पर एक अखंड दीपक जलाने से आप बन सकते हैं धनवानईशान्य कोण में गुलाबी कमल पर बैठी हुई धन बरसाती हुई लक्ष्मी की

Sharad Purnima : चंद्र कौन हैं? कैसे हुआ उनका जन्म, जानिए अपने चंदा मामा को

चंद्र, चंद्रमा, मून, चांद या कहें कि बच्चों के चंदा मामा.... आखिर ये हैं कौन,क्या है इनकी उत्पत्ति का राज, यहां जानिए सारी बातें एक साथ...ज्योतिष विज्ञान में चंद्र का स्थान दूसरा है। पंचांग

Sharad Purnima : शरद पूर्णिमा पर साबूदाने की खीर से लगाएं चंद्रमा को भोग

Sabudana Kheer सामग्री :1 लीटर फुल क्रीम दूध, आधा कप साबूदाना, 150 ग्राम शक्कर, पाव कटोरी काजू-पिस्ता, बादाम की कतरन, 3-4 केसर के लच्छे, 1 चम्मच पिसी इलायची, 2 छोटे

कैसे करें शरद पूर्णिमा पूजा: 10 काम की बातें, जानिए मंत्र और शुभ मुहूर्त

आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस साल शरद पूर्णिमा 30 अक्टूबर शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शरद पूर्णिमा