HINDI NIBANDH FOR CLASS 10 – बगीचे में दो घंटे का दृश्य

बगीचे में दो घंटे का दृश्य

बगीचा एक ऐसा स्थान है, जहाँ प्रकृति की सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है। यह एक ऐसा स्थान है, जहाँ हम शांति और आराम पा सकते हैं।

एक दिन मैं अपने दोस्तों के साथ एक बगीचे में गया। बगीचा बहुत बड़ा और सुंदर था। यहां विभिन्न प्रकार के पेड़, फूल और पौधे थे।

हमने बगीचे में दो घंटे बिताए। इस दौरान हमने बहुत कुछ देखा और महसूस किया।

सुबह

हम सुबह 10 बजे बगीचे में पहुंचे। सूरज की किरणें पेड़ों की पत्तियों के बीच से झाँक रही थीं। हवा में फूलों की सुगंध थी।

हमने सबसे पहले बगीचे के केंद्र में स्थित एक बड़े फव्वारे को देखा। फव्वारा बहुत ही खूबसूरत था। उसके चारों ओर रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे।

फिर हमने बगीचे के विभिन्न हिस्सों को देखा। हमने फूलों की क्यारियों, पेड़ों के नीचे घूमने का आनंद लिया।

दोपहर

दोपहर के समय बगीचे में थोड़ी भीड़ थी। लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ बगीचे में घूम रहे थे।

हमने बगीचे के एक कोने में एक छोटा-सा झरना देखा। हमने झरने के नीचे बैठ कर कुछ देर आराम किया।

फिर हमने बगीचे के एक हिस्से में स्थित एक छोटी-सी झील को देखा। झील में मछलियाँ तैर रही थीं। हमने झील के किनारे बैठकर मछलियों को देखा।

शाम

शाम के समय बगीचा बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। सूरज की लालिमा पेड़ों की पत्तियों को रंग दे रही थी।

हमने बगीचे के एक हिस्से में स्थित एक मंदिर में जाना। हमने मंदिर में पूजा की और भगवान से प्रार्थना की।

फिर हमने बगीचे के बाहर स्थित एक ढाबे पर खाना खाया।

दो घंटे का अनुभव

बगीचे में बिताया हुआ दो घंटा मेरे लिए बहुत यादगार था। मैंने वहां बहुत कुछ देखा और महसूस किया।

मैंने प्रकृति की सुंदरता का आनंद लिया। मैंने शांति और आराम पाया।

बगीचे में दो घंटे के दौरान मैंने जो कुछ देखा और महसूस किया वह निम्नलिखित है:

  • बगीचे में विभिन्न प्रकार के पेड़, फूल और पौधे थे।
  • सुबह के समय बगीचा बहुत ही शांत और सुंदर था।
  • दोपहर के समय बगीचे में थोड़ी भीड़ थी।
  • शाम के समय बगीचा बहुत ही खूबसूरत लग रहा था।

बगीचे में दो घंटे का मेरा अनुभव एक ऐसा अनुभव था जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। यह एक ऐसा अनुभव था जिसने मुझे प्रकृति के करीब महसूस करवाया।

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