यह ऐतिहासिक घटना लोककथाओं और किंवदंतियों का एक हिस्सा बन चुकी है। कबीरदास जी के जीवन और मृत्यु को लेकर विभिन्न मत और कथाएँ प्रचलित हैं। परंपरागत कथा के अनुसार,
शक्ति की महिमा आदिगुरु शंकराचार्य एक बार तर्क और शास्त्रार्थ के माध्यम से शक्ति मत का खंडन करने हेतु कश्मीर की यात्रा पर निकले। विद्वानों के मध्य उनकी अपूर्व वाग्मिता
पुरातन युग में एक प्रतापी राजा हुए—भर्तृहरि। वे केवल सम्राट ही नहीं, कवि हृदय भी थे। उनकी भार्या अनुपम रूपवती थी। सौंदर्य का वह अद्भुत माधुर्य, जिसने उनके हृदय में