आदीमाता महिषासुरमर्दिनी चण्डिकेची आरती

आदीमाता महिषासुरमर्दिनी चण्डिकेची आरती

आदीमाता महिषासुरमर्दिनी चण्डिकेची आरती ===================== माते गायत्री, सिंहारुढ भगवती-महिषासुरमर्दिनी, क्षमस्व चण्डिके | जय दुर्गे, अखिल विश्व की जननी मॉ उदे, उदे, उदे, उदे, उदे ||१|| प्रतिपदा, घोररुप महाकाली-असुरों को भयकारी,