नृसिंह सरस्वती अष्टक
नृसिंह सरस्वती अष्टक . इन्दु कोटी तेज करूणासिंधु भक्त वत्सलम नंदनात्रिसुनूदत्त मिन्दिराक्ष श्रीगुरूम | गंध माल्य अक्षतादि वृंददेव वंदितम वंदयामि नारसिंह सरस्वतीश पाहि माम ||१|| . माया पाश अंधकार छायादूर भास्करम आयताक्ष पाहि श्रियावल्लभेशनायकम | सेव्य भक्त-वृंद वरद भूयो भूयो नमाम्यहम वंदयामि नारसिंह सरस्वतीश पाहि माम||२|| . कामादि शन्मत्ता गजां कुसम त्वाम चित्त जादि वर्ग…