श्री आदिमाता शुभंकरा स्तवनम्
शुभंकर नवरात्रात (चैत्र नवरात्रात) म्हणण्यासाठी – श्री आदिमाता शुभंकरा स्तवनम् आदिमाते वेदमाते भक्तानुग्रहकारिणी | सर्वत्रव्यापिकेSनन्ते श्रीगायत्री नमोSस्तु ते || १ || तालुस्था त्वं सदाधारा बिन्दुस्था बिन्दुमालिनी | परात्परे वात्सल्यशक्ति: अनसूये नमोSस्तु ते || २ || कुकर्म-कुसंग-कुबुद्धि-कुदृष्टिविनाशिनी | चामुण्डे चण्डमुण्डमथने महिषासुरमर्दिनी नमोSस्तु ते || ३ || प्रातर्बाला च मध्यान्हे यौवनस्था भवेत् पुनः | वृद्धा सायं भगवति…