श्री श्री नर्मदाष्टक श्रीमद आद्य शंकराचार्य विरचित नर्मदाष्टक सबिन्दुसिन्धुसुस्खलत तरड्ग भड्गरन्जितं द्विषत्सुपापजातक अरिवारि संयुतम | कृतान्तदूत कालभूत भीतिहारि वर्मदे त्वदीयपादपंकजं नमामि देवि नर्मदे ||१|| त्वदम्बुलीन दीन मीन दिव्य सम्प्रदायकं कलौमलौघ