vasudevanand saraswati ganapati stotram

Vasudevanand Saraswati written Ganapati stotram

।।श्रीगणपतिस्तोत्रम्।। द्विरदानन विघ्नकाननज्वलन त्वं प्रथमेशनंदन। मदनपतिमाखुवाहन ज्वलनाभासितपिंगलोचन।।१।। अहिबंधन रक्तचंदन प्रियदूर्वाङ्कुरभारपूजन।। शशिभूषण भक्तपालन ज्वलनाक्षाsव निजान्निजावन।।२।। विविधामरमर्त्यनायकः प्रथितस्त्वं भुवने विनायकः।। तव कोपे%पि हि नैव नायकस्तत एव त्वमजो विनायक।।३।। बलिनिग्रह ईश केशवस्त्रिपुराख्यासुरनिग्रहे शिवः।।