नवरात्र में कौन सी सब्जियां खा सकते हैं
नवरात्र में फलाहार या सात्विक आहार लिए जाने का विधान है। इन दिनों प्याज, लहसुन, टमाटर, हरी मटर, मांसाहार जैसे तामसिक आहार के सेवन से बचना चाहिए।
आहार में कुट्टू, सिंघाड़े का आटा, समा के चावल, फल, गौ दुग्ध, दही, घी, आम, अनार, नारंगी, कदली फल, शाक, सूखे मेवे के व्यंजन आदि लिए जा सकते हैं।
उद्यापन के समय सूजी का हलवा और काले चने के साथ-साथ पूरी, सब्जी, खीर आदि का प्रसाद लगाया जा सकता है।
नवरात्र में कितनी कन्याओं को भोजन करना चाहिए
नवरात्र में कुमारी कन्याओं के पूजन को सर्वोत्तम माना गया है। देवी पुराण के अनुसार होम, दान व जप के साथ कुमारी पूजन से देवी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। स्कन्द पुराण में कहा गया है, नवरात्र में या तो प्रतिदिन एक-एक कन्या का पूजन करें या फिर दो-तीन गुनी कन्याओं को भोजन कराएं।
उनके पांव धोकर स्वच्छ भूमि पर आसन बिछाकर गंध, पुष्पमाला से पूजन करके कन्याओं को भोजन कराने से देवी की कृपा होती है। देवी के उद्यापन के लिए अपनी श्रद्धा और आर्थिक स्थिति के अनुसार ही कन्याओं को बुलाना चाहिए।
यह संख्या एक, दो, पांच, सात, नौ, ग्यारह या इससे अधिक हो सकती है। कन्याएं कितनी भी हों, उनको पूर्ण सम्मान और श्रद्धा भाव से भोजन कराना चहिए।