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शरद पूर्णिमा का जाना-माना उपाय: बस 1 दीपक जलाकर बन सकते हैं धनवान
1 अखंड दीपक करोड़पति बनाएगा शरद पूनम परशरद पूर्णिमा पर एक अखंड दीपक जलाने से आप बन सकते हैं धनवानईशान्य कोण में गुलाबी कमल पर बैठी हुई धन बरसाती हुई लक्ष्मी की पूजा करें।पूजा के लिए 2 दीपक जलाएं। शरद पूर्णिमा पर गाय के घी का 1 दीपक जलाकर दाहिने हाथ की ओर ओर रखें। एक मूंगफली…
Maharishi Charaka Nibandh in Sanskrit – Essay in Sanskrit – संस्कृत भाषा निबंध
महर्षि-चरक: भारतस्य प्राचीन- चिकित्सा-पद्धतेः जनकः इत्युक्ते आयुर्वेदस्य जनक: महर्षि: चरक: भारतस्य मूलचिकित्सकेषु एक: अस्ति। स: कुषाणराज्यस्य राजवैद्य: आसीत्। तस्य जन्मदिनाङ्क: निश्चित: नास्ति, किन्तु केचन् वदन्ति तस्य जन्म ईसा-मसीहस्य एक शताब्दीं पूर्वम् अभवत् इति। तेन लिखितः ग्रन्थः “चरक-संहिता” आयुर्वेदस्य प्रसिद्धः ग्रन्थः अस्ति। चरकस्य शिक्षा तक्षशिलायाम् अभवत्। चरकसंहितायां रोगनाशक-रोगनिरोधक-औषधानां वर्णनम् अस्ति। अस्मिन् पुस्तके लौह-ताम्र-स्वर्ण-इत्यादिनां धातुनां वर्णनम् अपि…
अपनी आकर्षण शक्ति कैसे बढ़ाएं, जानिए रावण संहिता के 4 उपाय
रावण के 4 तांत्रिक तिलक का रहस्य महाज्ञानी रावण कई चीजों में पारंगत था। ज्योतिष शास्त्र में भी उसे महारत हासिल थी। तंत्र शास्त्र का भी वह महाज्ञाता था। इसी वजह से जो भी दशानन के संपर्क में आता था वह सहसा ही उससे मोहित हो जाता था। यह बहुत कम लोगों को पता होगा…
Hindi Nibandh For Class 10 – बैसाखी पर निबंध
बैसाखी: उत्साह, उमंग और नवीनता का प्रतीक बैसाखी, भारत के सिख समुदाय का एक प्रमुख त्योहार है, जो हर साल 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है। यह त्योहार फसल के मौसम के आगमन का स्वागत करने के लिए समर्पित है और साथ ही यह सिखों के खालसा पंथ की स्थापना का भी स्मरण…
Shri Sarvottam Stotra meaning in Gujarati
Sarvottam Stotra in Gujarati written sarvottam stotra lyrics in gujarati sarvottam stotra namavali gujarati sarvottam stotra lyrics with meaning navratna stotra lyrics in gujarati sarvottam stotra pdf english sarvottam stotra lyrics in english sarvotam stotram pdf download श्री सर्वोत्तम जी – गुजराती धौल भले प्रकट्या श्री वल्लभदेव, श्री पुरुषोत्तम भूतल फरी जी। नही प्राकृत…
Chandrasekhar Azad Nibandh in Sanskrit – Essay in Sanskrit – संस्कृत भाषा निबंध
1906 जुलाई मासस्य त्रयोविंशति: दिनांके मध्यप्रदेशस्य भाबराग्रामे( अधुना चन्द्रशेखर-आजाद-नगरम्) जात: अयं भारतस्य महान् स्वतंत्रता सैनानी आसीत्। तस्य पितु: नाम पंडितसीताराम: तथा च मातु: नाम जगरानीदेवी आसीत्। बाल्यकालात् एव तस्य जीवनं आदिवासिबालकै: सह व्यतीतम्। अत: शारीरिक दृष्ट्या स: उत्तम: आसीत्। 1920 तमे वर्षे यदा महात्मागांधी असहयोग-आन्दोलनस्य आरम्भं कृतवान् तदा स: अपि बाल्यावस्थायां एव तस्य आन्दोलने सहयोगं…