Self-reliance is the truth of the Gita, which inspires us to think and act after thinking on our own.
स्वावलंबन है गीता का सत्य, जो हमें स्वयं सोच-विचार कर कर्म करने के लिए करता है प्रेरित सत्य विरोधाभासी है। किसी भी वस्तु को हम अलग-अलग कोण से देखते हैं, तो वह हर कोण पर हमें भिन्न दिखती है, जब हम उसे समग्रता में देखते हैं, तभी उस वस्तु का सत्य उद्घाटित होता है। चूंकि…