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कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के महत्वपूर्ण बिंदु

  1. सिर्फ घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें – प्याज का रस या लहसुन चबाने जैसे उपाय शॉर्ट-टर्म में काम कर सकते हैं, लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव ज़रूरी है।
  2. कोलेस्ट्रॉल की पहचान – कोलेस्ट्रॉल विभिन्न प्रकार के होते हैं: एलडीएल (LDL), एचडीएल (HDL), ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) आदि। एचडीएल शरीर के लिए अच्छा है, जबकि वीएलडीएल (VLDL) और ट्राइग्लिसराइड्स खतरनाक हो सकते हैं।
  3. फैट का स्रोत – तेल, नॉनवेज, अंडे की जर्दी, सब्जियों और अनाजों में प्राकृतिक फैट होता है। इसके अलावा, प्रोसेस्ड फूड और बेकी प्रोडक्ट्स में भी फैट होता है, जो कोलेस्ट्रॉल में बदल जाता है।
  4. डाइट और जीवनशैली में बदलाव आवश्यक – दवाइयों के साथ-साथ डाइट पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। फैट वाली चीजों की मात्रा नियंत्रित करनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा एक्सरसाइज करनी चाहिए।
  5. संतुलित आहार – अधिक तेल, काजू, या ड्राई फ्रूट से परहेज करें, लेकिन शरीर को फैट की आवश्यकता होती है। पूरी तरह से तेल मुक्त खाना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
  6. वॉकिंग का महत्व – दिन में कम से कम 8,000 से 10,000 कदम चलना चाहिए। सुबह जल्दी उठकर वॉक करना कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  7. घरेलू शॉर्टकट्स नहीं होते प्रभावी – प्याज का रस, लहसुन, और ज्यादा पानी पीना तभी फायदेमंद होते हैं जब उन्हें जीवनशैली में सुधार के साथ जोड़ा जाए।
  8. हेल्दी जीवनशैली का पालन करें – हेल्दी रहने के लिए शॉर्टकट नहीं होते। कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए लंबे समय तक उचित आहार, एक्सरसाइज और जीवनशैली में सुधार करना आवश्यक है।
  9. डॉक्टर बीएम हेगड़े के अनुसार – लीवर को स्वस्थ रखना भी कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आवश्यक है। इसलिए एक बैलेंस आहार, एक्सरसाइज और सही दवाइयों का मिश्रण होना चाहिए।
  10. तेल की मात्रा नियंत्रित करें – दिन भर में तीन से पांच चम्मच तेल दो से पांच व्यक्तियों के लिए पर्याप्त है। अधिक तेल का उपयोग नुकसानदायक हो सकता है, खासकर अगर तेल की गुणवत्ता खराब हो।
  11. सीजनल फ्रूट्स का सेवन करें – दिन की शुरुआत सीजनल फलों से करें और नाश्ते में प्रोटीन युक्त आहार लें, जैसे काला चना, मूंग दाल आदि।
  12. रात के भोजन का समय – रात का खाना 7 बजे से पहले खा लें और इसके बाद आधे घंटे वॉक करना जरूरी है।
  13. होम्योपैथिक दवाइयां – दो होम्योपैथिक दवाइयां: चेलिडोनियम मेजस और गोटीया गमरी, कोलेस्ट्रॉल कम करने में प्रभावी मानी जाती हैं। इन्हें खाने के एक घंटे बाद पानी के साथ लिया जा सकता है।
  14. दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का परहेज – डेयरी उत्पादों से परहेज करने की सलाह दी जाती है, खासकर रात के समय। मार्केट में मिलने वाला दूध अक्सर मिलावटी होता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  15. लंबे समय तक पालन करें – कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए कम से कम छह हफ्ते तक इस दिनचर्या को फॉलो करना चाहिए।

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