Stotra

Durga Stotra In Hindi With Meaning

The Saptashloki Durga Stotram is a powerful seven-verse hymn dedicated to Goddess Durga. It is a condensed form of the Durga Saptashati and is believed to encapsulate the essence of the entire text. Chanting this stotra is said to invoke the blessings of Goddess Durga, providing protection, strength, and the removal of all obstacles.

Below is the Saptashloki Durga Stotram with its Hindi meaning and benefits:


Saptashloki Durga Stotram with Hindi Meaning

प्रथम श्लोक:

प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी।
तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम्॥१॥

  • प्रथमं शैलपुत्री: पहले शैलपुत्री (पर्वतराज हिमालय की पुत्री)।
  • द्वितीयं ब्रह्मचारिणी: दूसरे ब्रह्मचारिणी (तपस्या करने वाली)।
  • तृतीयं चन्द्रघण्टेति: तीसरे चंद्रघंटा (चंद्रमा की तरह कांतिवाली)।
  • कूष्माण्डेति चतुर्थकम्: चौथे कूष्मांडा (ब्रह्मांड की रचनाकार)।

अर्थ:
माँ दुर्गा के नौ रूपों में पहला रूप शैलपुत्री, दूसरा ब्रह्मचारिणी, तीसरा चंद्रघंटा और चौथा कूष्मांडा है।


दूसरा श्लोक:

पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।
सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्॥२॥

  • पञ्चमं स्कन्दमातेति: पांचवां स्कंदमाता (कार्तिकेय की माता)।
  • षष्ठं कात्यायनीति: छठा कात्यायनी (ऋषि कात्यायन की पुत्री)।
  • सप्तमं कालरात्रीति: सातवां कालरात्रि (काल का नाश करने वाली)।
  • महागौरीति चाष्टमम्: आठवां महागौरी (गौर वर्ण वाली)।

अर्थ:
माँ दुर्गा के नौ रूपों में पांचवां स्कंदमाता, छठा कात्यायनी, सातवां कालरात्रि और आठवां महागौरी है।


तीसरा श्लोक:

नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिताः।
उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना॥३॥

  • नवमं सिद्धिदात्री: नौवां सिद्धिदात्री (सिद्धियां देने वाली)।
  • नवदुर्गा प्रकीर्तिताः: नवदुर्गा के नाम से प्रसिद्ध हैं।
  • उक्तान्येतानि नामानि: ये नाम कहे गए हैं।
  • ब्रह्मणैव महात्मना: महान आत्मा ब्रह्मा द्वारा।

अर्थ:
माँ दुर्गा के नौ रूपों में नौवां सिद्धिदात्री है। ये नवदुर्गा के नाम से प्रसिद्ध हैं और इन नामों को महान आत्मा ब्रह्मा ने कहा है।


चौथा श्लोक:

अग्निना दह्यमानस्तु शत्रुभिः परिवारितः।
दुर्गास्मरणमात्रेण नश्यन्ति शत्रवो मम॥४॥

  • अग्निना दह्यमानस्तु: अग्नि से जलते हुए।
  • शत्रुभिः परिवारितः: शत्रुओं से घिरे हुए।
  • दुर्गास्मरणमात्रेण: माँ दुर्गा का स्मरण मात्र से।
  • नश्यन्ति शत्रवो मम: मेरे शत्रु नष्ट हो जाते हैं।

अर्थ:
अग्नि से जलते हुए और शत्रुओं से घिरे होने पर भी, माँ दुर्गा का स्मरण करने मात्र से मेरे सभी शत्रु नष्ट हो जाते हैं।


पांचवा श्लोक:

रोगाश्च शोकाः संतापा भयं नश्यन्ति सर्वदा।
दुर्गास्मरणमात्रेण सुखं प्राप्नोति मानवः॥५॥

  • रोगाश्च शोकाः: रोग और शोक।
  • संतापा भयं: संताप और भय।
  • नश्यन्ति सर्वदा: सदा नष्ट हो जाते हैं।
  • दुर्गास्मरणमात्रेण: माँ दुर्गा का स्मरण मात्र से।
  • सुखं प्राप्नोति मानवः: मनुष्य सुख प्राप्त करता है।

अर्थ:
माँ दुर्गा का स्मरण करने मात्र से रोग, शोक, संताप और भय सदा नष्ट हो जाते हैं, और मनुष्य सुख प्राप्त करता है।


छठा श्लोक:

दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः।
स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि॥६॥

  • दुर्गे स्मृता: माँ दुर्गा का स्मरण करने पर।
  • हरसि भीतिमशेषजन्तोः: सभी प्राणियों का भय दूर करती हैं।
  • स्वस्थैः स्मृता: स्वस्थ होकर स्मरण करने पर।
  • मतिमतीव शुभां ददासि: बुद्धि और शुभ फल प्रदान करती हैं।

अर्थ:
माँ दुर्गा का स्मरण करने पर वह सभी प्राणियों का भय दूर करती हैं, और स्वस्थ होकर स्मरण करने पर बुद्धि और शुभ फल प्रदान करती हैं।


सातवां श्लोक:

दारिद्र्यदुःखभयहारिणी का त्वदन्या।
सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता॥७॥

  • दारिद्र्यदुःखभयहारिणी: दरिद्रता, दुःख और भय को हरने वाली।
  • का त्वदन्या: तुम्हारे अलावा और कौन है?
  • सर्वोपकारकरणाय: सभी का उपकार करने वाली।
  • सदार्द्रचित्ता: सदा दयालु हृदय वाली।

अर्थ:
दरिद्रता, दुःख और भय को हरने वाली, सभी का उपकार करने वाली और सदा दयालु हृदय वाली तुम्हारे अलावा और कौन है?


स्तोत्र का महत्व:

  • यह स्तोत्र माँ दुर्गा के नौ रूपों और उनकी शक्तियों का वर्णन करता है।
  • इसका पाठ करने से भक्तों को माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।
  • सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

लाभ (Benefits):

  1. संकटों से मुक्ति: माँ दुर्गा का स्मरण करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं।
  2. रोग और शोक से छुटकारा: रोग, शोक और भय नष्ट हो जाते हैं।
  3. सुख और समृद्धि: जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  4. शत्रुओं का नाश: शत्रुओं का नाश होता है और सुरक्षा मिलती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *