जब महाराज युधिष्ठिर का यज्ञ पूरा हो गया, तो वहां ऋषियों की सभा हुई। सभा में यज्ञ की चर्चा होने लगी। किसी ने कहा, ऐसी उदारता से कोई यज्ञ हुआ
मुंबई के नजदीक गणेशपुरी है। गणेशपुरी, वज्रेश्वरी में नाना औलिया नाम के एक महापुरुष रहा करते थे। वे मुक्तानंदजी के आश्रम के नजदीक की सड़क पर मैले कुचैले कपड़े पहने