आज से लगभग साडे पांच हज़ार साल पहले ऋषि व्यास ने कलयुग के दर्शन कर लिये थे….उन्होने कलयुग के बारे में कुछ भविष्यवाणियाँ की थी जो भागवत महापुराण में वर्णित हैं….यह सारी भविष्यवाणियाँ आज के संदर्भ में बिल्कुल सत्य प्रतीत होती हैं…………….
- माता पिता अपने कर्मों का यानी बचों का पालनपोषण ठीक से नहीं करेंगे…..
- बच्चों का अपने माता पिता के लिये आदर बहुत कम होगा…..
- शिक्षा बहुत महंगी होगी और उसका स्तर बहुत गिर जायेगा.
- जीव केवल सांसारिक वस्तुओं को जुटाने में ही लगा रहेगा और प्रभु भजन से दूर होगा….
- प्रकृति भी नियम बदल लेगी–नदियाँ सूखने लगेगी, वर्षा कहीं बहुत अधिक और कहीं बहुत कम होगी, वृक्षों पर फल कम होते जायेंगे.
- लोग प्रभु प्रेम से दूर होने के कारण अशान्त और अधीर दिखाई देंगे…..
- पुरुष नारी के अधीन होंगे और नैतिक मुलयों का ह्रास होगा…..
- गो हत्या का चलन होगा….
- नेता और शासक अति विलासी होंगे.
- जो अति भ्रष्टाचारी होंगे और देश का धन हडप कर देश को टुकड़ों में बांट देंगे और देश को अवनति के पथ पर ले जायेंगे |
It is a truthful description of our modern times. I would like to know if Rishi Vyas had also indicated anywhere the remedy for getting out of this situation. We had expected some happy changes from Shri Modi, but all hopes have been belied. Rapes, murders, sky-rocketing prices, religious conversions, commercial slaughter of cows, poverty, corruption, nudity, obscenity are orders of the day. It is Kalyug in its most vicious form.
Solution is whatever we are doing right now need to stop, start from stop killing cows, education should be free, have to faith in Vedas, start doing yoga.