Similar Posts
पांच दिन के बजाय इस बार चार दिन दिवाली उत्सव
आरंभ होगी और 15 नवंबर को सुबह 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। दिवाली पर अमावस्या तिथि पर ही लक्ष्मी पूजन किया जाता है। विस्तार इस वर्ष दिवाली महापर्व 5 दिन के बजाय 4 दिन का रहेगा। 14 नवंबर को दिवाली है उसके एक दिन पहले 13 नवंबर को धनतेरस मनाया जाएगा। इस बार छोटी…
Madhurashtakam Gujarati Lyrics
Madhurashtakam Gujarati Lyrics મધુરાષ્ટકમ -MADHURASHTAKAM – GUJARATI અધરં મધુરં વદનં મધુરં નયનં મધુરં હસિતં મધુરમ | હૃદયં મધુરં ગમનં મધુરં મધુરાધિપતેરખિલં મધુરમ || 1 || વચનં મધુરં ચરિતં મધુરં વસનં મધુરં વલિતં મધુરમ | ચલિતં મધુરં ભ્રમિતં મધુરં મધુરાધિપતેરખિલં મધુરમ || 2 || વેણુ-ર્મધુરો રેણુ-ર્મધુરઃ પાણિ-ર્મધુરઃ પાદૌ મધુરૌ | નૃત્યં મધુરં સખ્યં મધુરં મધુરાધિપતેરખિલં મધુરમ…
योगी आदित्यनाथ पहले नहीं हैं. शैव भिक्षु 1,000 वर्षों से राजनीति में हैं
शैव मठ, या मठ, भारत के इतिहास में महान छिपी हुई शक्तियों में से हैं। आज की राजनीति में उनका जो प्रभाव है, उसे देखते हुए यह कुछ हद तक आश्चर्यजनक है। उदाहरण के लिए, गोरखनाथ मठ, 1920 के दशक की शुरुआत से ही लगातार राजनीति में शामिल रहा है, और राम जन्मभूमि आंदोलन के…
नागपंचमी के दिन नागदेव से करें यह शुभ प्रार्थना, 7 पीढ़ियों तक मिलेगा आशीष
नागपंचमी विशेष : नागदेव से करें यह प्रार्थनापंचम्यां तत्र भविता ब्रह्मा प्रोवाच लेलीहान।तस्मादियं महाबाहो पंचमी दयिता सदा।नागानामानन्दकरी दंत वै ब्रह्नणा पुरा।। अर्थात : ब्रह्माजी ने पंचमी तिथि को ही नाग-सर्पों को वर दिया था कि जन्मेजय के सर्प यज्ञ के दौरान ऋषि आस्तिक आपकी रक्षा करेंगे। पंचमी के दिन ही आस्तिक मुनि ने नागों की…
Rani Ahilyabai Nibandh in Sanskrit – Essay in Sanskrit – संस्कृत भाषा निबंध
व्यक्तित्व-परिचय: :- राणी अहल्याबाई महाराष्ट्रप्रान्तस्य एकस्य लघुग्रामस्य निर्धनपरिवास्य बालिकाया: उपरि मध्यप्रदेशस्य मालवाप्रान्तस्य होल्करनरेशस्य दृष्टि: गता। सा अति तीव्रबुद्धिशीला, विवेकशीला आसीत्। अत: महाराज: तां स्वपुत्रवधु रुपेण स्वीकृतवान्। तस्या: श्वसूर: दिवंगत:। अनन्तरं एकस्मिन् युद्धे तस्या: पति: अपि दिवंगत:। अनन्तरं सा स्वबुद्धिबलेन स्वयं शासनं कृतवती। तस्या: न्याय: सर्वत्र लोकप्रिय: आसीत्। न्याय निमित्तं सा स्वपुत्राय अपि मृत्युदण्डस्य आज्ञां दत्तवती।…
Sanskrit Swagat Geet – Swagat Geet in Hindi
स्वागत—गीतम् महामहनीय मेधाविन्, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।गुरो गीर्वाणभाषायाः, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।।दिनं नो धन्यतममेतत्, इयं मंङ्गलमयी वेला।वयं यद् बालका एते, त्वदीयं स्वागतम् कुर्मः॥न काचिद् भावना भक्तिः, न काचित् साधना शक्तिः।परं श्रद्धा-सुमाञ्जलिभिः, त्वदीयं स्वागतं कुर्मः।किमधिकं ब्रूमहे श्रीमन् निवेदनमेतदेवैकम्।न बाला विस्मृतिं नेयाः त्वदीयं स्वागतं कुर्मः॥ ================================= कला अंकुर स्वागत गीत स्वागतम शुभ स्वागतम, कला अंकुरे तव स्वागतम,कला के अंकुर…