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होली पर खरीदें बताशे, रंग, गोमती चक्र और कौड़ियों समेत ये 20 सामग्री, चमक जाएगी जिंदगी
होली 2022: होली के त्योहार के दिन कई तरह के ज्योतिषीय उपाय किए जाते हैं। होलिका दहन, धुलेंडी या रंग पंचमी के दिन कुछ साथ सामग्रियां खरीदने का प्रचलन है। इन्हें खरीदने से घर-परिवार में सुख, शांति, धन समृद्धि बनी रहती है और भाग्य का भी भरपूरा सहयोग मिलने लगता है। इन्हीं सामग्रियों से हम…
महाराष्ट्र: उद्धव कैबिनेट में विभागों का बंटवारा, जानें किसे कौन सी मिली मिनिस्ट्री
उद्धव सरकार में अहम मंत्रालय एनसीपी और कांग्रेस के पास आए हैं। गृह, वित्त समेत कई अहम विभाग कांग्रेस और एनसीपी के पास हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को पर्यटन और पर्यावरण मंत्रालय दिया गया है। महाराष्ट्र में विभागों का बंटवारा हाइलाइट्स महाराष्ट्र में उद्धव सरकार में विभागों का बंटवारा हो…
मेरे प्रिय शिक्षक: ज्ञान और मार्गदर्शन का प्रकाश
शिक्षक, हमारे जीवन में एक अहम भूमिका निभाते हैं। वे हमें ज्ञान प्रदान करते हैं, हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमारे व्यक्तित्व को विकसित करने में मदद करते हैं। वे हमारे जीवन के रास्ते में एक ज्योति की तरह होते हैं, जो हमें सही दिशा दिखाते हैं। मेरे जीवन में भी ऐसे कई शिक्षक हैं,…
Pincode of Thane City
Pincode of Abitghar is 421303 District – Thane, Taluk – Wada. Pincode of Abje is 421303 District – Thane, Taluk – Wada. Pincode of Acchad is 401606 District – Thane, Taluk – Talasari. Pincode of Additional Ambernath is 421506 District – Thane, Taluk – Ambarnath. Pincode of Agarwadi is 401102 District – Thane, Taluk –…
Mata Rajima Nibandh in Sanskrit – Essay in Sanskrit – संस्कृत भाषा निबंध
माता राजिमा छत्तीसगढ-प्रदेशे जाता एषा भगवत: विष्णोः परमा भक्ता आसीत्। तस्या: नाम्ना एव रायपुर नगरस्य समीपे राजिम-नगरम् अस्ति,यच्च नगरं राजिम-मातुः भक्तेः कथायाः प्रमाणम् अस्ति। अस्मिन् नगरे महानदी- सोन्दुर-पेरी इति तिसृणां नदीनां सङ्गगमः अस्ति। एतदर्थम् एषा अत्यन्तं धार्मिकी नगरी अस्ति। अत्रैव एक: धार्मिकः आसीत् यः तैलिक- वंशीयः आसीत्। तस्य नाम धर्मदास: तथा च तस्य भार्यायाः नाम…
2. Short moral stories in Sanskrit with English translation
१. मित्र-भेदः वर्धमान-वृत्तान्तःअथातः प्रारभ्यते मित्र-भेदो नाम प्रथमं तन्त्रम् । यस्यायमादिमः श्लोकः-वर्धमानो महान् स्नेहः सिंह-गो-वृषयोर्वने ।पिशुनेनातिलुब्धेन जम्बुकेन विनाशितः ॥ १.१॥ तद्यथानुश्रूयते । अस्ति दक्षिणात्ये जनपदे महिलारोप्यं नाम नगरम् । तत्र धर्मोपार्जित-भूरि-विभवो वर्धमानको नाम वणिक्-पुत्रो बभूव । तस्य कदाचिद्रात्रौ शय्यारूढस्य चिन्ता समुत्पन्ना । तत् प्रभूतेऽपि वित्तेऽर्थोपायाश्चिन्तनीयाः कर्तव्याश्चेति । यत उक्तं च-नहि तद्विद्यते किञ्चिद्यदर्थेन न सिद्ध्यति ।यत्नेन मतिमांस्तस्मादर्थमेकं…