Mahishasura Mardini Stotra Mahishasura Mardini Stotra in Hindi महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥
Maruti Stotra Maruti Stotra in Hindi ॥ मारुति स्तोत्र ॥ भीमरूपी महारुद्रा वज्र हनुमान मारुती । वनारी अन्जनीसूता रामदूता प्रभंजना ॥१॥ महाबळी प्राणदाता सकळां उठवी बळें । सौख्यकारी दुःखहारी (शोकहर्ता) (धूर्त) दूत वैष्णव
Nirvana Shatakam Stotra Nirvana Shatakam Stotra in English Mano budhya ahankara chithaa ninaham, Ha cha srothra jihwe na cha graana nethrer, A cha vyoma bhoomir na thejo na vayu, Chidananada
Kubera mantra ओम यक्षाया कुबेराया वैशरवानया* धनधान्या दीपटए समृद्धि दही दापा स्वाहा. “मनूजा वाक़या विमाना वरासतिकं गरूडा रत्ना निबआं निधि तयकम सिवा सका मुरुदती विबूशिधाम वरगातम धनतम बजा ठूंतिलम. ओम
महालक्ष्मि अष्टकं: नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते । शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥१॥ नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि । सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥२॥ सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयंकरि । सर्वदुःखहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥३॥ सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि
Gajendra Moksha Stotra Gajendra Moksha Stotra in Hindi ओं नमो भगवते तस्मै यत एतच्चिदात्मकम पुरुषायादिबीजाय परेशायाभिधीमहि || यस्मिन्निदं यतश्चेदं येनेदं य इदं स्वयम योऽस्मात्परस्माच्च परस्तं प्रपद्ये स्वयम्भुवम || यः स्वात्मनीदं
हस्तामलक स्तोत्र दक्षिण भारत के श्रीबली नामक गाँव में प्रभाकर नाम के एक विद्वान ब्राह्मण रहते थे। उनका एक पागल सा लड़का था। वह लड़का बचपन से ही सांसारिक कार्यों
'आदित्यहृदय स्तोत्र' विनियोग ॐ अस्य आदित्य हृदयस्तोत्रस्यागस्त्यऋषिरनुष्टुपछन्दः, आदित्येहृदयभूतो भगवान ब्रह्मा देवता निरस्ताशेषविघ्नतया ब्रह्मविद्यासिद्धौ सर्वत्र जयसिद्धौ च विनियोगः। ऋष्यादिन्यास ॐ अगस्त्यऋषये नमः, शिरसि। अनुष्टुपछन्दसे नमः, मुखे। आदित्यहृदयभूतब्रह्मदेवतायै नमः हृदि। ॐ बीजाय
आपकी कुण्डली में भी ऋण योग तो नहीं एक जमाना था जब लोग कर्ज लेना उचित नहीं समझते थे। माना जाता था कि कर्ज लेने से लक्ष्मी नाराज हो जाती
समय कम है तो कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें Siddha Kunjika Stotra नवरात्र के नौ दिनों में विधि-विधान पूर्वक दुर्गा सप्तशती के पाठ से माता की असीम अनुकंपा प्राप्त होती है,